सादर नमस्ते ।
प्रिय आत्मीय बन्धुओं हम एक विचारशील समाज में रहते हैं, हम सब कार्य विचारपूर्वक करते हैं । परन्तु कुछ विषयों में हम विचार न करते हुए पुरुषार्थ को महत्त्व न देकर कार्य की सिद्धि दूसरे तरीकों से साधने लग जाते हैं । जिनके फलस्वरूप कुछ लोग तथाकथित धर्म के ठेकेदारों से शोषित होते हैं अथवा किंकर्तव्यमूढ़ बनकर रह जाते हैं । वर्तमान समय में समाज को एक तार्किक एवं शास्त्रीय मार्गदर्शन की आवश्यकता है । अतः इस सन्दर्भ में हम सब वेदों के विद्वान्, अद्भुत व्यक्तित्व एवं वक्तृत्व के धनी आचार्य डॉ. उदयन आर्य जी को दिनांक 04 अप्रैल 2020 को रात्रि 8 बजे से इस https://www.facebook.com/profile.php?id=100010201683668 अथवा https://www.facebook.com/udyanarya19 लिंक पर Click करके सुनें, समझें एवं विचार करें तथा अपने प्रश्नों को हमें प्रेषित करें, जिनका यथोचित निदान किया जाएगा ।
निवेदक
गुरुकुल करतारपुर
प्रिय आत्मीय बन्धुओं हम एक विचारशील समाज में रहते हैं, हम सब कार्य विचारपूर्वक करते हैं । परन्तु कुछ विषयों में हम विचार न करते हुए पुरुषार्थ को महत्त्व न देकर कार्य की सिद्धि दूसरे तरीकों से साधने लग जाते हैं । जिनके फलस्वरूप कुछ लोग तथाकथित धर्म के ठेकेदारों से शोषित होते हैं अथवा किंकर्तव्यमूढ़ बनकर रह जाते हैं । वर्तमान समय में समाज को एक तार्किक एवं शास्त्रीय मार्गदर्शन की आवश्यकता है । अतः इस सन्दर्भ में हम सब वेदों के विद्वान्, अद्भुत व्यक्तित्व एवं वक्तृत्व के धनी आचार्य डॉ. उदयन आर्य जी को दिनांक 04 अप्रैल 2020 को रात्रि 8 बजे से इस https://www.facebook.com/profile.php?id=100010201683668 अथवा https://www.facebook.com/udyanarya19 लिंक पर Click करके सुनें, समझें एवं विचार करें तथा अपने प्रश्नों को हमें प्रेषित करें, जिनका यथोचित निदान किया जाएगा ।
निवेदक
गुरुकुल करतारपुर
No comments:
Post a Comment